जैसा की आप जानते ही होंगे कि January 2012 में ट्राई ने Digital Addressable Systems (DAS) को शुरू किया था और उन्हें के लिए सिस्टम बनाया गया। इस सिस्टम के तहत NTO (New Terrif Order) बनाया गया।
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने 1 फरवरी 2023 से शुरू होने वाले NTO 2.0 को लागू करने के लिए Distribution Platform Operator को अनिवार्य कर दिया है। इसलिए ज्यादातर पे टीवी प्रसारकों ने एनटीओ 2.0 के अनुसार संशोधित अपने चैनल्स की सब्सक्रिप्शन रेट जारी की हैं। यह उनकी ऑफिसियल वेबसाइट से देखने को मिल जाएगी।
कौन है Distribution Platform Operator?
Distribution Platform Operator को DPO कहा जाता है, ये DTH (डायरेक्ट To होम), CATV (Cable TV) और इंटरनेट टीवी (IPTV) है।
एनटीओ 2.0 में मुख्य रूप से क्या बदलाव होंगे ? -
सब्सक्रिप्शन लागत में महत्वपूर्ण परिवर्तन होंगे
एनटीओ 2.0 के तहत ट्राई का संशोधन किसी चैनल को एक बुके का हिस्सा बनने के लिए उसका अधिकतम मूल्य 19 रुपये हो सकता है। इससे अधिक प्राइस के चैनल को किसी बुके में शामिल नहीं किया जा सकेगा।
देखा जाए तो कई DPO ने 1 फरवरी 2023 से बदली हुयी रेट की सूचना को अपने ग्राहकों को सूचित करना शुरू कर दिया है। DPO ने टीवी ब्रॉडकास्टर्स से अनुरोध किया है कि वे अपने चैनलों के माध्यम से ग्राहकों को उनके PRICE/ MRP बारे में सूचित करने के लिए आवश्यक कदम उठाएं। तो हो सकता है इसके बारे में टीवी चैनल पर स्क्रॉल के माध्यम से सूचित किया जाए।
न्यू रेगुलेटरी फ्रेमवर्क की मुख्य विशेषताएं -
उपभोक्ताओं के लिए लाभ -
130/- प्रति माह रुपये के एनसीएफ में एसडी चैनलों की संख्या को 100 से बढ़ाकर 200 हो गयी।
160 /- प्रति माह एनसीएफ में 200 या उससे अधिक SD चैनल देख सकते है।
दूसरे टीवी कनेक्शन या ज्यादा कनेक्शन में 40% से अधिक एनसीएफ नहीं होगा।
सब्सक्राइबर मल्टी टीवी कनेक्शन में भी हर टीवी कनेक्शन के लिए अलग-अलग चैनल चुन सकते हैं
प्रसारकों के लिए लाभ -
प्रति ग्राहक प्रति माह 20 पैसे कैरेज शुल्क की घटी हुई राशि एसडी चैनलों के लिए
देश में एक चैनल चलाने के लिए एक महीने में प्रसारक द्वारा डीपीओ को 4 लाख प्रति माह देना होगा ।
एक ही एनसीएफ में अधिक चैनल पेश किए जाएंगे इसलिए उन्हें अतिरिक्त राजस्व मिलेगा (200 चैनल 130 रुपये में और Unlimited चैनल्स मिलेंगे 160 रुपये में)
प्रसारकों को अपने चैनलों की कीमत तय करने की स्वतंत्रता जारी रहेगी
डीपीओ के लिए लाभ -
डीपीओ को अपने सेवा क्षेत्रों में विभिन्न एनसीएफ घोषित करने के लिए उन्हें भौगोलिक लचीलापन मिलेगा।
डीपीओ 6 महीने और उससे अधिक की अवधि के दीर्घकालिक सब्सक्रिप्शन पर एनसीएफ और डीआरपी पर छूट दे सकते हैं
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Source - Trai Consultation Paper